लक्ष्य है एवरेस्ट
Mission Everest
आपने देखा होगा उत्तुंग ताड़ वृक्ष पर तीव्र गति से निर्भय होकर चढते हुए, वहां कुछ देर रूककर रात्रि-पर्यंत रिस रिस कर पूर्व-दिवस पर लगाए गए मृत्तिका-पात्र में एकत्र हुई ताड़ी को अपने साथ ले जाए गए पात्र में लेकर फिर उतरते हुए पासी बंधुओं को.
पासी बन्धु, बिहार के की अनुसूचित जातियों में परिगणित हैं और वे ताड़ के उत्तुंग वृक्षों के मद को चूर्ण करते हुए उससे शिखर से निःसृत होने वाली ताड़ी को उतार कर बेचते हैं .
यही ताड़ी उनकी जिजीविषा को पुष्ट करते हुए उनकी जीविका का आधार है.
मैंने प्राधिकरण का प्रभार ग्रहण करने के बाद जिला के खेल अधिकारियों को कहा है कि वे ऐसे पासी बंधुओं की सूची तैयार करें तथा उनमें से योग्यतम का चयन कर उन्हें एवेरेस्ट विजय के लिए तैयार करने का प्रस्ताव दे.
हमारा लक्ष्य है कि 2 वर्षों के अभ्यंतर बिहार के किसी पासी ताड़ के पेड़ की के शिखर के स्थान पर एवरेस्ट के शिखर पर ले जाएँ .
जो एवेरेस्ट विजय कर सकता है वह ताड़ के वृक्षों से ताड़ी उतार कर
किसी तरह अपनी जीविका चला पाए - हमें ऐसी स्थिति बदलनी होगी.
------- अरविंद पाण्डेय
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कृपया अपना मंतव्य अंकित करें .
Kindly do write your comments .